1.कया आप 2014 के ELECTION मे नरेन्द्रभाइ मोदीजि को PM के रुपमे देखना चाहते हे. यह opinion poll आज से दोस्तो मेरी blogspot website पर चलेगा.दोस्तो गुजरातका विकास आपने,गुजरात ने ओर पुरे हिन्दुस्तानने देखा हे.अगर हिन्दुस्तान कि दोर नरेन्द्रभाई के हाथ मे दिजाये तो गुजरात का जिस गतिसे विकास हो रहा हे.उस्सेभी ज्यादा विकास हमारे हिन्दुस्तान का हो सकता हे... अगर मेरी बात से आप सहमत हे.तो plz vote दिजिये...मुजे आप www.facebook.com/jigneshnpandya पर follow कर सकते हे.वंदे मातरम् ..
जीग्नेश पंडया(बावला)
हम भी ऐसा ही चाहते अगर ये मुमकिन हो पाता तो, आप मोदी'जी को यदि प्राइम-मिनिस्टर बनाना चाहे तो भी वो बन नहीं सकते... जरा भी बुरा ना लगाना मेरी इस बात पर, लेकिन अगर आप पोलिटिक्स की नज़र से मु'आइना करोगे तो ये कभी मुमकिन ना हो पाए ऐसी वकालत है... अगर आप कोंग्रेस को पुरे भारत में परास्त भी कर लो और "बी.ज.पी." अगर सप्पोर्ट से सरकार बनाना चाहे तो भी एन.डी.ऐ. के घटक पक्ष पी.एम्. पद के लिए मोदी'जी का विरोध करेंगे, और मोदी'जी के सामने बिहार वाले उम्मीदवार नितीश कुमार को पि.एम्. पद की रेस में लगा देंगे, और अगर बी.जे.पि. अकेले ही पुरे भारत की सब सिट जित भी ले तो भी मोदी'जी को पीछे ही रक्खा जायेगा...क्योकि अभी तक अडवाणी'जी पि.एम्. बन'ने बाकि है, फिर आयेगी अपनी सुषमा'जी और पत्थर डालने के लिए जेटली'जी... अब्ब हम सब सोचे और अब आप भी सोचो की कौनसे एंगल से मोदी'जी प्राइम-मिनिस्टर बन जाये...
ReplyDeleteएन.डी.ए.... यानि "राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन" (राजग) भारत में राजनीतिक दलों का गठबंधन है जो केंद्र में 1998 से ही है, "एन.डी.ए." अपने गठन के समय में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में किया गया था और इस में तेरह राजनैतिक घटक दलों का समावेश किया गया था...पर उस वक्थ मोदी'जी इसके कोई पद में भी नहीं थे... इसके संयोजक जे.डी.यु. वाले यादव शरद है-(जो मोदी'जी के विरोध के लिए पक्का खतरा है) , और उसके मानद अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी है-(जो मोदी'जी के चाहक है पर अब रिटायरमेंट के कगार पर है) , लोकसभा में विपक्ष के नेता है सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली, और लोकसभा में उपाध्यक्ष करिया मुंडा, और गठबंधन का प्रतिनिधित्व लालकृष्ण आडवाणी का है जो पूर्व उप प्रधानमंत्री रहे हैं और प्रधान मंत्री बन ने के लिए उत्सुक है... यह पुराना एन.डी.ऐ. गठबंधन सत्ता में 1998 से 2004 तक ही था...अब वर्तमान में ये तेरह राजग गठबंधन पार्टियों जो संघ संसद में विपक्ष है और जबकि कई राज्यों में सत्ता धारण कर रहे हैं... इस से इतना जरुर प्रतिउत्तर मिलता है की स्टेट के सी.एम्. मोदी'जी के लिए पी.एम् . बन ना उतना ही कठिन है जितना की "राजा रामजी" के राज्याभिषेक के समय उनको था, मोदी'जी को अभी कई वनवास करने बाकि है जब जा कर भारत की राज'गद्दी के दावेदार होंगे वो और तब भी सुषमा'जी और जेटली'जी की भूमिका अयोध्या के राज्याभिषेक समय के धोबी वाली ही रहेंगी...क्योकि एन.डी.ऐ. और बी.जे.पी. की अंदरूनी मण्डली ही मोदी'जी के विरोध में रहेंगी... साहब, दिल्ही की पोलिटिक्स बड़ी ही भयानक है ... वहा पर हमारे दिलो की चाहत नहीं चलती जो हमारे मनचाहे नेता को राजगद्दी पर आसीन कर दे ... फिर भी गुजरात की भावना जुडी है ऐसे कई विधानों पर की जहा पहुचना गर्वित भी होगा और बहुत बहुत कठिन भी... (ये सिर्फ बाते है, "आर.के." आप और मोदी'जी हमारे प्रिय पात्रो में से एक है, इस लिए आप कही पर भी इन बातो को दिल से ना लगाय'येगा... :)
आपका अपना पियूष पटेल बडौदा'वाले (फ़िलहाल यु.एस.ऐ. :)
जय जय जय 'गर्वी गुजरात'...पैदा कर भड भड 'भड'वीर भारत' ... 'जय हो'...