काश वो नगमे हमें सुनाये ना होते,आज उनको सुनकर ये आंसु ना आये होते,अगर इस तरह भूल जाना ही था,तो इतनी गहराई से दिल में समाये ना होते
कया करे यह लिखके ऐ दोस्त,जब सच्चा कदरदान ना मीले!सोचते है छोडदे यह लिखना ऐ दोस्त,जब दोस्तोकी तारिफे ना मीले!!@@जिग्नेश पंडया@@
जिन्दगी जिना है अगर तो?जिन्दगी कुछ ऍसे बिताओ,रो-रो के तो सब जिते है,तुम हर गममे भी मुशकुराओ....@@Jignesh Pandya
जमाना हमे इतना गरीब क्यु समजता है दोस्त,उन्को मालुम नहि के हम दर्द कि दोलत से माला-माल है!!@@जिगनेश पंडया@@
मुसाफिर है सब लोग इस दुनिया में,मुसाफिर बनके हमें दुनिया में रहना है,कोन अपना और कोन पराया है इस दुनिया में बस मुसाफिर बनके रहना है. @@जिग्नेश पंडया @@
આપની યાદોને હદયનાં ધબકાર બનાવ્યા છે,ચુક્યો યાદ અંતિમ ધબકારને જીવનનો અંત.©રચના-જીગ્નેશ એન પંડયા(દેશપ્રેમી)
સમજતી દુનિયા મારા દર્દનાં કારણને,નાં હસતી દુનિયા મારા દર્દને સમજીને.©રચના-જીગ્નેશ એન પંડયા(દેશપ્રેમી)
काश वो नगमे हमें सुनाये ना होते,
ReplyDeleteआज उनको सुनकर ये आंसु ना आये होते,
अगर इस तरह भूल जाना ही था,
तो इतनी गहराई से दिल में समाये ना होते
कया करे यह लिखके ऐ दोस्त,जब सच्चा कदरदान ना मीले!
ReplyDeleteसोचते है छोडदे यह लिखना ऐ दोस्त,जब दोस्तोकी तारिफे ना मीले!!
@@जिग्नेश पंडया@@
जिन्दगी जिना है अगर तो?जिन्दगी कुछ ऍसे बिताओ,
ReplyDeleteरो-रो के तो सब जिते है,तुम हर गममे भी मुशकुराओ....@@Jignesh Pandya
जमाना हमे इतना गरीब क्यु समजता है दोस्त,
ReplyDeleteउन्को मालुम नहि के हम दर्द कि दोलत से माला-माल है!!
@@जिगनेश पंडया@@
मुसाफिर है सब लोग इस दुनिया में,मुसाफिर बनके हमें दुनिया में रहना है,
ReplyDeleteकोन अपना और कोन पराया है इस दुनिया में बस मुसाफिर बनके रहना है. @@जिग्नेश पंडया @@
આપની યાદોને હદયનાં ધબકાર બનાવ્યા છે,
ReplyDeleteચુક્યો યાદ અંતિમ ધબકારને જીવનનો અંત.
©રચના-જીગ્નેશ એન પંડયા(દેશપ્રેમી)
સમજતી દુનિયા મારા દર્દનાં કારણને,
ReplyDeleteનાં હસતી દુનિયા મારા દર્દને સમજીને.
©રચના-જીગ્નેશ એન પંડયા(દેશપ્રેમી)